Категория:Слова из 9 букв/sa
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- अकीर्तिकर
- अग्निदग्ध
- अग्निभूति
- अङ्गुरीयक
- अतिपातिन्
- अतिमानिता
- अतिमानिन्
- अत्यद्भुत
- अधर्मिस्ठ
- अधिक्षिप्
- अधिदीधिति
- अधिवक्तर्
- अनन्तविजय
- अनवेक्ष्य
- अनावृष्टि
- अनुगामिन्
- अनुग्रहीत
- अनुचिन्त्
- अनुप्रवद्
- अनुप्रवेश
- अनुप्राप्
- अनुविस्था
- अनुवीक्ष्
- अनुशास्ति
- अनुशिक्ष्
- अनुष्टुति
- अनुष्टुभ्
- अनुस्मृति
- अन्तरिक्ष
- अन्तरीक्ष
- अन्तर्घात
- अन्तर्धान
- अन्नगन्धि
- अन्वीक्ष्
- अप्रतिष्ठ
- अप्रतीकार
- अभिघातिन्
- अभिद्रुह्
- अभिधानकोश
- अभिनिर्मा
- अभिनिविश्
- अभिप्रदर्
- अभिप्रसद्
- अभिमुखीभू
- अभिरक्षित
- अभिविज्ञा
- अभिसन्धाय
- अभ्यनुवच्
- अभ्यर्च्य
- अभ्युत्था
- अभ्युपाया
- अमित्रघात
- अमृतरश्मि
- अरण्यौकस्
- अरागद्वेष
- अर्थकोविद
- अर्थदूष्ण
- अर्थवन्त्
- अवष्टम्भ्
- अविनाशिन्
- अव्याहृता
- अंशुमन्त्
- अष्टमांगल
- अस्वर्ग्य
- अस्वस्थता
- अहंवादिन्
उ
क
- कंदकुसुमः
- कनिष्ठिका
- कन्यारत्न
- कर्णवेष्ट
- कर्णोत्पल
- कर्तव्यता
- कलिङ्गदेश
- कल्पद्रुम
- कल्पवृक्ष
- काकुत्स्थ
- काम्पिल्य
- कार्त्तिक
- कालकर्मन्
- किङ्किरात
- किञ्चिलिक
- किञ्चुलुक
- किम्पुरुष
- किष्किन्ध
- कीर्तिमुख
- कुण्डलिन्
- कुन्तिभोज
- कुरुवृद्ध
- कुर्वन्त्
- कुलस्त्री
- कुशस्तम्ब
- कुष्माण्ड
- कृतबुद्धि
- कृतवर्मन्
- कृताञ्जलि
- कृपाचार्य
- कृष्णपक्ष
- कृष्णायस्
- केतुमन्त्
- केवलज्ञान
- कोष्ठागार
- कौटुम्बिक
- कौण्डिन्य
- क्रियायोग
- क्रोष्टर्
- क्षिप्रम्
- क्षेत्रिक
- क्षेपिष्ठ
- क्षौणीनाथ
- क्षौर कर्
त
- तदनन्तरम्
- तन्त्रकार
- तन्त्रवाय
- तपश्चर्या
- तमस्वन्त्
- तादृग्रूप
- तादृग्विध
- तान्त्रिक
- ताम्राक्ष
- तिग्मांशु
- तिन्तिडीक
- तिर्यञ्च्
- तीक्ष्णकर
- तीक्ष्णता
- तीर्थशिला
- तीर्थसेवा
- तुङ्गिमन्
- तृणस्कन्द
- तेजस्विन्
- तेजोवन्त्
- तैक्ष्ण्य
- तैत्तिरीय
- त्यक्त्वा
- त्रयोनवति
- त्रिगुङम्
- त्रिदशारि
- त्रिदशालय
- त्रिनेत्र
- त्रिलक्षण
- त्रिशिरस्
- त्रिशृङ्ग
- त्रैलोक्य